सुबह इतनी खूबसूरत होगी यह मैंने सोचा न था! सुबह इतनी खूबसूरत होगी यह मैंने सोचा न था!
काश मेरे पास जादुई छड़ी होती! भूखा नहीं सोता कोई भी कभी भी! काश मेरे पास जादुई छड़ी होती! भूखा नहीं सोता कोई भी कभी भी!
अब उन्हें क्या मालूम यह तो ज़िम्मेदारियों के बोझ से हुए भारी है। अब उन्हें क्या मालूम यह तो ज़िम्मेदारियों के बोझ से हुए भारी है।
ये तन और मन तेरा प्यासा नित प्रीत फुहार धार माँगे। ये तन और मन तेरा प्यासा नित प्रीत फुहार धार माँगे।
आओ शब्दों के खेत में, ख़ामोशी को बोए, तितलियों के पंखों को, सपनों की जादुई छडी़ से, सहलाएँ.....। आओ शब्दों के खेत में, ख़ामोशी को बोए, तितलियों के पंखों को, सपनों की जादुई छडी...
बिन कहे उससे, खुद से मैं क्या कह गई आग सी लौ उठी दिल में और बुझ गई बेसुध हो गई मैं चुप रह गई।। बिन कहे उससे, खुद से मैं क्या कह गई आग सी लौ उठी दिल में और बुझ गई बेसुध हो गई...